Saturday, June 14, 2025
spot_img
HomeBusinessनिफा ग्रुप ने 180 करोड़ की विस्तार योजना बनाई

निफा ग्रुप ने 180 करोड़ की विस्तार योजना बनाई

कोलकाता । इंजीनियरिंग और विनिर्माण कंपनी निफा ग्रुप ने अपनी 65वीं वर्षगांठ पर एक निवेश रणनीति पेश की। इसमें अगले दो वर्षों में भारत में परिचालन के लिए 180 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। विस्तार योजनाओं के तहत कंपनी ने एक अमेरिकी कंपनी का अधिग्रहण करने की अपनी योजना की घोषणा की, जिससे उसके सबसे बड़े बाजार में निकटवर्ती उपस्थिति मजबूत होगी तथा ‘चीन प्लस वन’ रणनीति का लाभ उठाया जा सकेगा। निफा ग्रुप के चेयरमैन ने कहा ‎कि हम इस क्षेत्र के लिए प्रतिबद्ध हैं। पश्चिम बंगाल में दानकुनी और चंदननगर में दो नई परियोजनाएं तथा फाल्टा में एक विस्तार परियोजना संभावित रोजगार अवसर पैदा कर रही हैं। उन्होंने कहा ‎कि इस क्षेत्र में हमारे 2,000 से अधिक कर्मचारी और सात परिचालन इकाइयां हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी अधिग्रहण के लिए बातचीत चल रही है। कंपनी भारत से 30 से अधिक देशों को उत्पाद निर्यात करती है।

Previous article
चीन में कोरोना के बाद अब HMPV Virus आतंक मचा रहा है। वायरस तेजी से फैल रहा है, जिसके चलते कई देश अलर्ट मोड पर है। अब इस वायरस का भारत में भी पहला केस मिल गया है। बेंगलुरु में 8 महीने के बच्चे में मिला संक्रमण बेंगलुरु के एक अस्पताल में 8 महीने के बच्चे में HMPV Virus पाया गया है। ICMR के अनुसार, बच्चे को बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। भारत सरकार भी इसको लेकर सतर्क है और एडवाइजरी भी जारी हो चुकी है। सरकार ने क्या कहा? ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस वायरस (HMPV Virus in India) का पता लगने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि उनकी लैब में इसका पता नहीं चला है, एक निजी अस्पताल में ये मामला सामने आया। यहां बता दें कि HMPV Virus के ज्यादार मामले छोटे बच्चों में ही मिलते हैं। चीन में भी ये बच्चों में ही मिल रहा है। क्या है HMPV Virus के लक्षण? ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) वायरस का पता लगना भी मुश्किल होता है। दरअसल, इसके लक्षण सामान्य खांसी-जुकाम जैसे होते हैं। खांसी, गले में खराश, सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण इसमें होते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या कहा? चीन में ह्यूमन मेटानिमोवायरस (एचएमपीवी) के हालिया प्रकोप के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि भारत स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और इससे निपटने को पूरी तरह तैयार है। साथ ही कहा कि डब्ल्यूएचओ से भी समय पर अपडेट साझा करने का अनुरोध किया गया है। एहतियाती कदम के रूप में एचएमपीवी मामलों की जांच करने वाली प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाई जाएगी और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) पूरे साल एचएमपीवी के मामलों की निगरानी करेगी। HMPV कोविड जैसा जानलेवा वायरस नहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की केरल इकाई के अनुसंधान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डा. राजीव जयदेवन ने कहा कि यह वायरस कोविड-19 की तरह जानलेवा या घातक नहीं है। हां, ये जरूर है कि कुछ व्यक्तियों में फेफड़ों के संक्रमण का कारण बन सकता है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों में एचएमपीवी बहुत आम है और लगभग शत-प्रतिशत छोटे बच्चे चार या पांच साल की उम्र तक इससे संक्रमित हो जाते हैं।विशेषज्ञ ने कहा कि अधिकांश लोगों में एचएमपीवी हल्के लक्षण पैदा करेगा।
Next article
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments