Tuesday, June 17, 2025
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आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने पर एमएस धोनी ने दिया पहला रिएक्शन

नई दिल्ली। भारत के महानतम कप्तानों में शुमार एमएस धोनी को सोमवार को आईसीसी ने अपने हॉल ऑफ फेम में जगह दी है। वह ये सम्मान पाने वाले देश के 11वें क्रिकेटर हैं। धोनी के साथ आईसीसी ने सात अन्य खिलाड़ियों को इस सम्मान से नवाजा है। अब धोनी का इस पर पहला रिएक्शन आया है।

आईसीसी ने धोनी के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन, साउथ अफ्रीका के हाशिम अमला और ग्रीम स्मिथ, न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी, पाकिस्तान की महिला क्रिकेट सना मीर, इंग्लैंड की साराह टेलर को अपने हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है। इन लोगों के पक्ष में आईसीसी के सीनियर एक्जीक्यूटिव, मीडिया के सदस्यों ने वोटिंग की थी।

मेरे लिए सम्मान की बात

धोनी ने कहा कि उनके लिए आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना गर्व की बात है। उन्होंने कहा, “आईसीसी हॉल ऑफ फेम जो पूरे विश्व के अलग-अलग पीढ़ियों के क्रिकेटरों के योगदान को सम्मान देता है उसमें शामिल होना मेरे लिए सम्मान की बात है। अपना नाम इतने महान खिलाड़ियों के साथ आना वाकई में शानदार एहसास है। ये वो चीज है जिसका लुत्फ में हमेशा उठाऊंगा।”

जिन पुरुष क्रिकेटरों को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में जगह मिली है उन सभी के खिलाफ धोनी खेले हैं। वहीं हेडन के साथ तो उन्होंने आईपीएल में ड्रेसिंग रूम भी शेयर किया है। दोनों काफी समय तक चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा थे।

इसलिए मिली जगह

धोनी इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने अपनी कप्तानी में आईसीसी की तीन ट्रॉफी जीती है। धोनी की कप्तानी में भारत ने साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीता था। इसके चार साल बाद 2011 में टीम इंडिया धोनी की कप्तानी में ही वनडे वर्ल्ड कप जीतने में सफल रही थी। साल 2013 में धोनी की कप्तानी में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती थी। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम टेस्ट में भी नंबर-1 बनी थी। धोनी के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 17,000 से ज्यादा रन हैं।

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रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज सुकमा जिले के कोंटा में नक्सलियों द्वारा किए गए कायरतापूर्ण आईईडी विस्फोट में शहीद हुए एएसपी आकाश राव गिरपुंजे को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें अंतिम विदाई दी। मुख्यमंत्री साय ने माना स्थित चौथी वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल परिसर पहुंचकर शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें नमन किया तथा शहीद के पार्थिव शरीर को कंधा देकर सम्मानपूर्वक विदाई दी। मुख्यमंत्री साय ने शहीद गिरपुंजे के शोक-संतप्त परिजनों से मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदनाएँ प्रकट कीं और उन्हें इस कठिन समय में ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुंजे ने अपने कर्तव्य के प्रति अदम्य साहस, निष्ठा और समर्पण का परिचय देते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है। हमें उन पर गर्व है। सरकार इस दुःख की घड़ी में उनके परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि लगातार हो रही सुरक्षाबलों की सफल कार्रवाइयों से नक्सली बौखलाए हुए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि शहीद गिरपुंजे की वीरता और देशभक्ति को सदैव याद रखा जाएगा। मुख्यमंत्री के साथ इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, वन मंत्री केदार कश्यप, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक पुरन्दर मिश्रा, अपर मुख्य सचिव गृह विभाग मनोज कुमार पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, शहीद के परिजन, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।
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