Saturday, November 15, 2025
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जनजातीय गौरव दिवस हमारे लिए दीवाली और होली की तरह : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि आज का दिन हमारे लिए दीवाली और होली की ही तरह है। भारत माता के अमर सपूत स्वाभिमान और स्वराज के प्रतीक, जनजातीय अस्मिता के संरक्षक धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। पांचवें जनजातीय गौरव दिवस पर चारों दिशाओं में भारत अपने जनजातीय नायकों की स्मृतियों को पूज रहा है। जनजातियों के पराक्रम और परिश्रम से सजी आलीराजपुर की पावन मिट्टी में आजादी की लड़ाई के 2 अमर योद्धा शहीद छीतु किराड़ और शहीद चंद्रशेखर आजाद ने जन्म लिया है। शहीद छीतु किराड़ ने 1857 के संग्राम में जनजातीय शक्ति को संगठित कर अंग्रेजों को नाकों चने चबवा दिए। भगवान बिरसा मुंडा और अमर शहीद छीतु किराड़ की प्रतिमा के अनावरण का अवसर प्राप्त होना परम सौभाग्य की बात है। जनजातीय संस्कृति से समृद्ध आलीराजपुर क्षेत्र किसी स्वर्ग से कम नहीं है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश की विकास की अनेक सौगातें मिली हैं। जनजातीय गौरव दिवस पर जनजातीय कल्याण के लिए आलीराजपुर को 250 करोड़ रूपए की लागत से 156 विकास कार्यों की सौगात मिल रही है। जनजातीय भाई-बहनों की शिक्षा, स्वास्थ्य और अधोसंरचना के 156 कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आलीराजपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और वंदे मातरम् के समवेत गायन में सहभागिता की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान बिरसा मुंडा और शहीद छीतु किराड़ की प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के आलीराजपुर पहुंचने पर जनजातीय भाई-बहनों ने आत्मीय स्वागत किया।

राजा आलिया के नाम पर आलीराजपुर होने से मिली जिले को उचित पहचान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अंग्रेजों ने देशवासियों पर अत्याचार और कत्लेआम किए। भगवान बिरसा मुंडा ने जनजातीय समाज को साथ लेकर सशस्त्र विद्रोह कर अंग्रेजों को चुनौती दी। उन्होंने नशा मुक्ति और गौमाता के संरक्षण के लिए भी अभियान चलाया। टंट्या मामा, अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद और शहीद छीतु किराड़ ने मध्यप्रदेश की धरती से आजादी के अभियान को आगे बढ़ाया। आजादी के दीवानों का स्मरण कर हम सब गौरवान्वित अनुभव करते हैं। छीतु किराड़ इस धरती के पराक्रम का प्रतीक थे। उन्होंने अंग्रेजों के शोषण और जबरन लगान के खिलाफ साहसिक विरोध किया। अकाल के समय अंग्रेजों के गोदामों से अनाज निकालकर जरूरतमंद परिवारों को बांटा। देश की आजादी में जनजातीय अंचल के नायकों की महत्वपूर्ण भूमिका थी, लेकिन स्वतंत्रता के बाद जनजातीय नायकों को वह सम्मान नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जनजातीय गौरव अपनी प्रतिष्ठा के साथ पुन: स्थापित हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आलीराजपुर जनजातीय संस्कृति और स्वाभिमान की भूमि है। राजा आलिया इस क्षेत्र के स्वाभिमान, नेतृत्व और जनजातीय गौरव के प्रतीक थे।

विकास और जनकल्याण के लिए हमारी भावना और संकल्प स्पष्ट

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में आज हर पात्र जरूरतमंद परिवार को पक्के मकान मिल रहे हैं। लाड़ली बहनों की राशि बढ़ाकर हर महीने रक्षाबंधन और भाईदूज मनाई जा रही है। अब बहनों को 1500 रुपए महीने मिलने लगे हैं। विकास और जनकल्याण के लिए हमारी भावना और संकल्प स्पष्ट है। माताएं-बहनें अपनी परवाह न करते हुए पूरे परिवार के भरण-पोषण का ध्यान रखती हैं। बहनें, लाड़ली बहना योजना के पैसों से परिवार की जरूरतें पूरी कर रही हैं, बच्चों की फीस भर रही हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में किसानों को सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। राज्य सरकार भी किसानों को अलग से मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में 6 हजार रुपए का अतिरिक्त लाभ दे रही है। यह उनके परिश्रम का सम्मान है। प्रदेश के किसानों को भावान्तर योजना के माध्यम से सोयाबीन का उचित दाम मिल रहा है। पात्र किसानों को 15 दिन के अंदर राशि भेज दी गई है। राज्य सरकार गेहूं भी 2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी से सिंचाई सुविधा मिलने से जिले के 170 गाँव लाभान्वित होंगे और हीरा तराशने के उद्योग स्थापित होने से क्षेत्र में नए रोजागार के अवसर सृजित हो रहे है।

पीले मोजैक से फसलों को हुए नुकसान के लिए किसानों को 45 करोड़ रूपए का मुआवजा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आलीराजपुर जिले की प्रत्येक पंचायत में मनरेगा से बनने वाले 20-20 कुओं को परीक्षण के बाद बिजली आपूर्ति से जोड़ने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिले में पीले मोजैक से फसलों को हुए नुकसान के लिए किसानों को 45 करोड़ का मुआवजा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लगभग 200 करोड़ रूपए की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इसमें 11 करोड़ रूपए की अधिक से लागत से निर्मित पलास पानी तालाब और मसनी बैराज, 6 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित उच्च स्तरीय पुल, 3 सांदीपनि विद्यालय, 12 जनजातीय सीनियर छात्रावास, 2 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और 2 सामूहिक स्वास्थ्य केन्द्र, बालक/बालिका छात्रावास एवं स्कूल भवन, एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 7 उप स्वास्थ्य केन्द्र और आई.पी.एच.एल लैब शामिल हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 50 करोड़ रूपए लागत के 51 विकास कार्यों का भूमि-पूजन भी किया।

आलीराजपुर को मिली विकास की अनेक सौगातें : मंत्री श्री नागर

अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री नागर सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में आलीराजपुर जिला निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है। आलीराजपुर 150 से अधिक गांवों को सिंचाई के लिए अब नर्मदा मैया का पानी मिल रहा है। आलीराजपुर को विकास की अनेक सौगातें मिली हैं। कपिलधारा योजना के अंतर्गत जिले में 50 हजार से अधिक कुएं बने हैं। इनसे सिंचाई का रकबा बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कृषि प्रधान आलीराजपुर जिले में विद्युत व्यवस्था के विस्तार की आवश्यकता बताई। मंत्री श्री नागर ने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समाज के कल्याण के लिए सदैव तत्पर है।

वरिष्ठ विधायक श्री हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने संकल्पों के बल पर अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी थी। आज हमारी युवा पीढ़ी को उनके कार्यों और आदर्शों का अनुसरण करने की आवश्यकता है।

हितग्राहियों को किया हितलाभ वितरण

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये। मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन की बीसी सखी सुप्रिया निवासी नरगांव सोंडवा को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। वे नाव चलाकर नदी पार करते हुए गाँव–गाँव पहुँचकर बैंकिंग लेन-देन की सुविधा उपलब्ध कराती हैं, जिससे गाँव के बुजुर्गों और ग्रामीणों को बैंक तक जाने की परेशानी से राहत मिलती है। इसी प्रकार जिले के 179 स्व-सहायता समूहों को 3 करोड़ 80 लाख रुपये का ऋण वितरण किया गया, प्रधानमंत्री कुसुम योजना अंतर्गत नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन में उत्कृष्ट योगदान के लिए चंद्रशेखर आजाद नगर की सुनयना डावर को 3 करोड़ 15 लाख रुपये के हितलाभ से सम्मानित किया गया।

प्रदर्शनी का अवलोकन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया और उसकी सराहना की। जनजातीय कार्य विभाग द्वारा जनजातीय नायकों के बलिदान को दर्शाने वाली प्रदर्शनी प्रस्तुत की गई। महिला एवं बाल विकास विभाग ने पोषण आहार तथा मोटे अनाज के उपयोग को प्रोत्साहित करने वाली प्रदर्शनी लगाई। एम.पी. डे–राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने जनजातीय संस्कृति से जुड़े स्थानीय उत्पाद जैसे तुमड़ा, बोहणी, गलसन माला, तीर-कमान और रोज़गार आधारित सामग्री का आकर्षक प्रदर्शन किया। कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग ने जोबट में निर्मित पंजादरी एवं ब्लॉक प्रिंट उत्पाद प्रदर्शित किए। आयुष विभाग की प्रदर्शनी में विभिन्न आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ शामिल थीं, जबकि कृषि एवं उद्यानिकी विभाग ने ग्रीन खाद तथा फूड प्रोसेसिंग यूनिट से संबंधित उत्पाद प्रदर्शित किए।

कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, सांसद श्रीमती अनीता चौहान, पूर्व मंत्री श्रीमती रंजना बघेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हजरीबाई खरत, संभाग आयुक्‍त इंदौर डॉ. सुदाम खाड़े, इंदौर आईजी श्री अनुराग, जिला कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर, पुलिस अधीक्षक श्री रघुवंश सिंह सहित जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में जनजातीय भाई-बहन उपस्थित रहें।

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