Saturday, June 14, 2025
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18 गैर हिंदू कर्मचारियों को तिरुपति मंदिर से हटाया गया, संस्थान ने जारी किया नोटिस

तिरुपति मंदिर के शासी निकाय तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने 18 गैर-हिंदू कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इन सभी को ट्रांसफर लेने या वॉलेंट्री रिटायरमेंट स्कीम (VRS) लेने के लिए कहा गया है। बोर्ड ने कहा कि यह निर्णय अपने मंदिरों और धार्मिक गतिविधियों की आध्यात्मिक पवित्रता को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

इस वजह से लिया गया फैसला
टीटीडी के त्योहारों और अनुष्ठानों में भाग लेने के साथ-साथ गैर-हिंदू धार्मिक गतिविधियों में कथित रूप से भाग लेने वाले 18 कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं। आदेश में लिखा है कि भगवान वेंकटेश्वर मंदिर की पवित्रता के लिए इन कर्मचारियों को हटाने का फैसला किया गया है।

टीटीडी के चेयरमैन ने क्या कहा?
टीटीडी बोर्ड ने हाल ही में ऐसे कर्मचारियों को या तो सरकारी विभागों में ट्रांसफर करने या स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) के माध्यम से उन्हें बाहर निकालने का संकल्प लिया है। टीटीडी के चेयरमैन बीआर नायडू ने कहा कि मंदिर की पवित्रता को ध्यान में रखकर ही यह कदम उठाया गया है।

कर्मचारियों को चुनना होगा एक विकल्प
टीटीडी बोर्ड ने इन कर्मचारियों को या तो सरकारी विभागों में ट्रांसफर करने या वीआरएस के माध्यम से उनके बाहर निकालने का संकल्प लिया है। इससे पहले नवंबर 2024 में टीटीडी बोर्ड ने एक और प्रस्ताव भी पारित किया था, जिसके तहत बोर्ड द्वारा नियोजित गैर-हिंदुओं को या तो स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेनी होगी या आंध्र प्रदेश में अन्य सरकारी विभागों में स्थानांतरण का विकल्प चुनना होगा।

बात करते हुए, टीटीडी के अध्यक्ष ने कहा, ‘मैंने कल बोर्ड में प्रस्ताव पेश किया। बोर्ड ने सर्वसम्मति से इसे स्वीकार कर लिया है। हमने कुछ लोगों (टीटीडी के कर्मचारी) की पहचान की है, जो गैर-हिंदू हैं… मैं उन लोगों से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहता था और उनसे वीआरएस लेने का अनुरोध करूंगा। अगर वे इच्छुक नहीं हैं, तो हम उन्हें राजस्व या नगर पालिका या किसी निगम जैसे अन्य सरकारी विभागों में स्थानांतरित कर देंगे।’

बोर्ड का एक और प्रस्ताव
बोर्ड ने तिरुमाला के भीतर राजनीतिक बयानों पर रोक लगाने वाला एक प्रस्ताव भी पारित किया है। जिसमें कहा गया है कि उल्लंघन करने वालों के साथ-साथ उनका प्रचार करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। टीटीडी 12 मंदिरों और उप-मंदिरों का रखरखाव करता है और 14 हजार से अधिक लोगों को रोजगार देता है।

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